फरहाद‑राजा ट्यूटनखामुन: सुनहरे ख़ज़ानों और रहस्यों की गाथा

प्राचीन मिस्र के बाल‑फरहाद ट्यूटनखामुन की कहानी—श्रृंगारिक खज़ाने, अद्भुत अवशेष और अब तक के रहस्य। एक जानी‑मानी लेकिन अनकही यात्रा।

मिस्र की रेतीली ज़मीन में 3,000 सालों से दफन एक ऐसे राजा की कहानी, जिसकी मृत्यु के बाद उसका नाम तक भुला दिया गया था। लेकिन जब 1922 में ब्रिटिश पुरातत्वविद् हॉवर्ड कार्टर ने उसकी कब्र को खोज निकाला, तो पूरी दुनिया दंग रह गई।

राजा ट्यूटनखामुन, जिसे हम आमतौर पर किंग टट (King Tut) कहते हैं, मिस्र के अठारहवें राजवंश का एक बालक राजा था। उसने महज 9 साल की उम्र में मिस्र की गद्दी संभाली और मात्र 19 वर्ष की आयु में उसकी मृत्यु हो गई। उसका शासनकाल भले ही छोटा रहा हो, लेकिन उसका मक़बरा और उसमें पाए गए खज़ाने आज भी पुरातत्व और इतिहास की सबसे अद्भुत खोजों में गिने जाते हैं।

खज़ाने की खोज: एक कब्र, जिसने दुनिया को चौंका दिया

ट्यूटनखामुन की कब्र (KV62) लक्सर के पास “वैली ऑफ़ द किंग्स” में स्थित है। जब हॉवर्ड कार्टर ने इसे खोजा, तो यह लगभग 5,000 से ज़्यादा वस्तुओं से भरी हुई थी। इनमें से अधिकांश वस्तुएं सोने, बहुमूल्य रत्नों, और दुर्लभ सामग्रियों से बनी थीं।

ट्यूटनखामुन

1. सुनहरा मुखौटा (Golden Mask)

ट्यूटनखामुन का सुनहरा मृत्युमुखौटा (Death Mask) मिस्र की कला का एक अद्भुत उदाहरण है। लगभग 10 किलो सोने से बना यह मुखौटा राजा के चेहरे का आदर्श प्रतिबिंब है। इसमें नीले लैपिस लैजुली और अन्य कीमती पत्थरों का उपयोग किया गया है।

यह मुखौटा सिर्फ सौंदर्य नहीं दर्शाता, बल्कि मिस्र की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मृत राजा को अमरत्व की यात्रा में सहायता करता है।


2. सुनहरे कफ़न और ताबूत (Golden Coffins)

ट्यूटनखामुन की ममी को तीन ताबूतों में रखा गया था — जिनमें से सबसे भीतरी ताबूत शुद्ध सोने का था। इन ताबूतों को चार बड़े श्राइन (Shrines) से घेरा गया था, जो लकड़ी और सोने से बने थे।


3. उल्कापिंड से बनी तलवार (Meteoric Iron Dagger)

ट्यूटनखामुन की कब्र में मिली एक लोहे की तलवार को जांचने पर वैज्ञानिकों ने पाया कि यह उल्कापिंड से प्राप्त धातु से बनी थी। यह इस बात का प्रमाण है कि प्राचीन मिस्रवासी खगोलीय घटनाओं के बारे में जागरूक थे और उन्हें पवित्र मानते थे।


4. रथ, फर्नीचर और रोज़मर्रा के सामान

उसकी समाधि में 6 रथ, बिस्तर, कुर्सियाँ, मेजें, और खिलौने तक पाए गए। यह दर्शाता है कि मिस्रवासियों का मानना था कि मृत्यु के बाद भी राजा को आराम और विलासिता की आवश्यकता होती है।


5. सुनहरी सैंडल और आभूषण

ट्यूटनखामुन के शव पर सुनहरे सैंडल, अंगूठियाँ, कंगन, हार, बालियाँ और मुकुट रखे गए थे। इन आभूषणों में विशिष्ट धार्मिक प्रतीक और शिल्प कला के अद्भुत नमूने देखने को मिलते हैं। ममी के पैर में जड़े गए सुनहरे सैंडल इतने विस्तृत थे कि वे शायद केवल अंतिम संस्कार उद्देश्य के लिए बनाये गए थे


6. अनुबिस श्राइन (Anubis Shrine)

यह एक लकड़ी का, काले रंग में रंगा गया संरचना था, जो अनुबिस देवता के रूप में था — मृत्यु और पुनर्जन्म का प्रतीक। इसे कब्र की सुरक्षा के लिए रखा गया था।


7. वाइन, भोजन और बीज

कब्र में वाइन के जार, सूखे फल, ब्रेड, अनाज और बीज तक पाए गए, ताकि आत्मा को परलोक में भोजन की कमी न हो। यह दर्शाता है कि उस युग में मृत्यु के बाद के जीवन को कितना महत्व दिया जाता था।


राजा ट्यूटनखामुन से जुड़े रहस्य और तथ्य

1. मृत्यु का रहस्य

ट्यूटनखामुन की मौत एक अबूझ पहेली बनी हुई है। कई वर्षों तक माना गया कि उसकी हत्या हुई थी, लेकिन DNA जांच और CT स्कैन से पता चला कि उसे मलेरिया था और उसके पैर की हड्डी भी टूटी हुई थी। संभवतः ये ही उसकी मृत्यु के कारण बने।

ट्यूटनखामुन की मौत

2. धार्मिक पुनर्स्थापना

ट्यूटनखामुन के पिता अखेनातेन ने मिस्र में एक ईश्वर (अतेन) की पूजा शुरू की थी, जो मिस्रवासियों को पसंद नहीं आई। ट्यूटनखामुन ने गद्दी पर बैठने के बाद पुराने बहुदेववादी धर्म को फिर से स्थापित किया और “Tutankhaten” से “Tutankhamun” नाम रखा।


3. कब्र का आकार क्यों छोटा था?

माना जाता है कि ट्यूटनखामुन की मृत्यु अचानक हुई थी, इसलिए उसकी कब्र पहले से तैयार नहीं थी। उसे जल्दी से एक छोटी कब्र में दफनाया गया, जिस कारण उसका मक़बरा अन्य राजाओं की तुलना में छोटा है।


4. क्या उसकी कब्र में अभी भी छुपे कमरे हैं?

हाल के वर्षों में रडार स्कैनिंग से पता चला कि शायद ट्यूटनखामुन की कब्र के पीछे गुप्त कमरे हैं। कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि वहां नैफरतिटी (Nefertiti), जो उसकी सौतेली माँ थीं, की कब्र हो सकती है।


ट्यूटनखामुन का सांस्कृतिक प्रभाव

ट्यूटनखामुन की कब्र की खोज ने न केवल पुरातत्व को नई दिशा दी, बल्कि फैशन, पॉप कल्चर, फिल्में और साहित्य में भी उसका गहरा असर पड़ा।

“Tutmania” नामक एक सांस्कृतिक लहर 1920 के दशक में आई, जिसमें लोग ट्यूटनखामुन से प्रेरित डिज़ाइन पहनने लगे, आभूषण बनने लगे, और उसकी छवि को वैश्विक पहचान मिली।


निष्कर्ष: एक बालक, जिसकी मृत्यु ने उसे अमर बना दिया

ट्यूटनखामुन का जीवन जितना संक्षिप्त था, उसकी विरासत उतनी ही अमर है। उसकी कब्र और उसमें पाए गए खज़ाने आज भी दुनिया को मिस्र की समृद्धि, धार्मिकता और कलात्मक उत्कृष्टता की कहानी सुनाते हैं।

ट्यूटनखामुन न केवल एक राजा था, बल्कि वह एक ऐसा “राजकीय रहस्य” है, जिसकी खोजें आज भी जारी हैं।

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