जानिए Jolly LLB 3 की सबसे ताज़ा कहानी, अदाकार, रिलीज़ डेट और मज़ेदार मसालेदार ट्विस्ट
बॉलीवुड की दुनिया में अगर किसी कोर्टरूम कॉमेडी ने दिल जीते हैं, तो वो है ‘Jolly LLB 3’ सीरीज़। पहली दो फिल्मों ने जहां समाज के गंभीर मुद्दों को हँसी और व्यंग्य के साथ पेश किया, वहीं अब ‘Jolly LLB 3’ लेकर आ रही है एक और दिलचस्प, मज़ेदार और सोचने पर मजबूर कर देने वाली कहानी। इस बार हँसी ज़्यादा होगी, तड़का ज़्यादा होगा, और कोर्ट के भीतर राजनीति से लेकर पब्लिक की चीख तक सब सुनाई देगा।
‘जॉली एलएलबी 3’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, यह आम आदमी के संघर्ष और व्यवस्था की पेचीदगियों का आइना है – और वो भी हल्के-फुल्के, चुटीले अंदाज़ में।
स्टार कास्ट और रिलीज़ डेट
इस बार फिल्म में दो जॉली आमने-सामने होंगे! जी हाँ, अर्जुन जॉली (अर्जुन कपूर) और जगत जॉली (अक्षय कुमार) – दोनों वकीलों की भिड़ंत कोर्ट में जबरदस्त तरीके से दिखाई देगी।
- मुख्य भूमिका – अक्षय कुमार और अर्जुन कपूर (दो वकील, दो सोच, एक न्याय)
- जज की भूमिका – सौरभ शुक्ला (अपने चिरपरिचित अंदाज़ में)
- महिला पात्र – यामी गौतम (पत्रकार और अर्जुन की लव इंटरेस्ट)
- विरोधी वकील – परेश रावल (कुशल, चालाक और बेहद ताकतवर)
- निर्देशक – सुभाष कपूर
- रिलीज़ डेट – 14 फरवरी 2026 (वेलेंटाइन डे पर न्याय की जीत!)

फिल्म की कहानी और ट्विस्ट
नया केस, नई साजिश
कहानी शुरू होती है एक हाई-प्रोफाइल केस से, जिसमें एक नामी नेता के बेटे पर हत्या का आरोप लगता है। लेकिन केस के भीतर छिपा है भ्रष्टाचार, मीडिया प्रेशर, और जनता की नज़रें।
दोनों जॉली – अर्जुन और अक्षय – इस केस को लड़ना चाहते हैं, लेकिन उनके इरादे अलग हैं। अर्जुन अपने करियर के लिए ये केस जीतना चाहता है, जबकि अक्षय सच्चाई और न्याय के लिए।
राजनीति बनाम नैतिकता
फिल्म दिखाती है कि कैसे एक आम वकील, जब सच्चाई के साथ खड़ा होता है, तो सत्ता, पैसा और सिस्टम उससे डरने लगते हैं। कोर्ट में होते हैं कुछ बेहतरीन डायलॉग्स:
“ये अदालत है साहब, यहाँ गवाहों से नहीं, सबूतों से फैसले होते हैं।”
“सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं।”
हास्य और व्यंग्य का तड़का
जज साहब के चुटकुले, वकीलों की नोकझोंक, और कोर्टरूम में अर्जुन के अनाड़ीपन पर अक्षय का तंज – दर्शकों को हँसी से लोटपोट कर देगा। फिल्म में कुछ शानदार हास्य दृश्य हैं, जैसे:
- जज साहब का फोन कोर्ट में बजना और वो खुद उसे जप्त कर लेना
- एक गवाह का गाना गाते हुए बयान देना
- वकील का गलती से विपक्षी केस की तारीफ करना
मीडिया और सोशल मीडिया का रोल
जैसे ही केस पब्लिक डोमेन में आता है, ट्विटर ट्रेंड्स, यूट्यूब वीडियोज़ और न्यूज़ डिबेट्स का तूफान खड़ा हो जाता है। अर्जुन का एक बेतुका बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो जाता है, जिससे पूरा केस पलटने लगता है।
भावनात्मक दृश्य
अक्षय का किरदार एक ऐसे पीड़ित पिता से मिलता है, जिसकी बेटी इस केस में मारी गई थी। वो दृश्य दर्शकों की आंखें नम कर देता है। जॉली कहता है:
“मैं केस नहीं लड़ता, मैं इंसाफ़ के लिए लड़ता हूँ।”
दमदार क्लाइमेक्स
अंत में अदालत में आता है एक ऐसा सबूत, जो सारे झूठों की पोल खोल देता है। कोर्ट में सन्नाटा छा जाता है। विरोधी वकील हार मानता है, और जनता कोर्ट के बाहर “जस्टिस फॉर आमना” के नारे लगाने लगती है।
फिल्म की खास बातें
- दो मजबूत लीड – अक्षय बनाम अर्जुन: एक अनुभवी तो दूसरा जोशीला
- बेहतरीन संवाद और हास्य – कोर्टरूम ड्रामा में भरपूर कॉमेडी
- सामाजिक संदेश – भ्रष्टाचार, मीडिया की भूमिका और न्याय का महत्व
- इमोशनल गहराई – व्यक्तिगत दर्द और न्याय की तड़प
तकनीकी पक्ष और संगीत
- संगीत – अमित त्रिवेदी का संगीत, जो कहानी के मूड के साथ चलता है।
- एक सॉन्ग “Insaaf Ki Raah” – जो फिल्म का थीम सॉन्ग होगा
- एक रोमांटिक ट्रैक – “Dil Ki Gawahi” अर्जुन और यामी पर फिल्माया गया
- सिनेमैटोग्राफी – कोर्टरूम के सीन काफी रियलिस्टिक बनाए गए हैं
- स्क्रिप्ट – सटीक, ताजगी भरी और दर्शकों को बाँध कर रखने वाली
निष्कर्ष (सारांश)
‘जॉली एलएलबी 3’ एक ऐसी फिल्म है जो हँसी, सस्पेंस, इमोशन और सामाजिक सच्चाई – सब कुछ एक साथ लेकर आती है। यह फिल्म सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक सचेत नागरिक की आंख खोलने वाला अनुभव है। कोर्टरूम की गंभीरता को मज़ेदार अंदाज़ में पेश करते हुए यह फिल्म दिखाती है कि हँसी के बीच भी न्याय की गूंज सुनाई दे सकती है।
अगर आप अक्षय कुमार की ज़बरदस्त अदाकारी, अर्जुन कपूर के कॉमिक टाइमिंग, और एक बेहतरीन कहानी की तलाश में हैं – तो ‘जॉली एलएलबी 3’ को मिस मत कीजिए।
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